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CM योगी से मजदूरों ने की रवि किशन की शिकायत: सांसद ने कहा अगर किसी का भी कोई बकाया है तो वह सीधा मुझसे बात करके अपना पेमेंट ले
गोरखपुर में मजदूरों ने सांसद रवि किशन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बुधवार को मजदूर जनता दरबार में पहुंचे और CM योगी से शिकायत की।
प्रार्थना पत्र देकर बताया, “रवि किशन के गोरखपुर वाले घर में गृह प्रवेश का कार्यक्रम था। वहां पर हम सबने काम किया। लेकिन, हमारी मजदूरी नहीं दी गई। अगर पैसे नहीं मिले तो मजबूरन आत्मदाह कर लेंगे।” योगी ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
10 मजदूरों ने बताया, “रवि किशन से बकाया पैसा मांगने पर वे अपने सहयोगियों से पेमेंट लेने की बात करते हैं, जबकि उनके सहयोगियों से पैसा मांगने पर धमकी मिलती है। सांसद के सहयोगी कहते हैं तुम लोगों को मारकर बंद करा देंगे।” वहीं सांसद रवि किशन का कहना है, “अगर किसी का भी कोई बकाया है तो वह सीधा मुझसे बात करके अपना पेमेंट ले सकता है।”
जून में हुआ था गृह प्रवेश
मजदूर संदीप कुमार, विवेक पासवान, मनोज निषाद, सुधीर जायसवाल, धीरज, गोलू पासवान, निखिल पासवान सहित 15 से 20 मजदूर गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। मजदूरों ने योगी के जनता दरबार में रवि किशन पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि सांसद रवि किशन ने नौकायान के पास नया घर बनवाया है। 11 जून को उसी घर का गृह प्रवेश कार्यक्रम था।”
2.48 लाख के काम में सिर्फ 40 हजार मिला
मजदूरों ने कहा, “कार्यक्रम की पूरी जिम्मेदारी सांसद के सहयोगी समरेंद्र बहादुर सिंह, जय यधुवंशी, पवन दूबे और अभिषेक जायसवाल ने ली थी, जिसमें वेटर, माली, लाइट, साउंड, टेंट, डिस्पोजल आईटम आदि का काम 2.48 लाख में तय हुआ था, जिसमें सांसद की टीम ने मजदूरों को 40 हजार रुपए एडवांस के तौर पर दिया था। लेकिन, काम पूरा होने के बाद बाकी की बची रकम नहीं मिली।”
रवि किशन बोले- मुझे जानकारी नहीं
सांसद रवि किशन का कहना है, “उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है। हम लोग गरीबों की मदद करते हैं। मैं अपनी टीम से पता करता हूं। अगर किसी का भी कोई बकाया है तो वह सीधा मुझसे बात करके अपना पेमेंट ले सकता है। बाकी सभी आरोप पूरी तरह गलत हैं।”
PRO बोले- गलत आरोप लगा रहे मजदूर
सांसद के PRO पवन दुबे का कहना है, “मजदूरों का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। जिन मजदूरों ने आरोप लगाया है, उन्हे आर्डर तो दिया गया था, लेकिन उनसे काम नहीं कराया गया था। उनकी जगह दूसरे टेंट हाउस से बात करके काम कराया गया।
बावजूद इसके उनका जो नुकसान हुआ, उसका पैसा दिया गया है। अभी करीब 60 हजार रुपए और बचे हैं, जो उन्हें दे दिया जाएगा। धमकी देने की बात पूरी तरह गलत है।”