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Food Facts: जिन 5 चीजो को आप भारतीय समझ के खा रहे थे, वास्तव में वो भारतीय है ही नहीं
भारतीय थाली अनेको प्रकार के फूड से भरी होती है कि उनमे ये बताना मुश्किल हो जाता है की कौन सी चीज़ कहां से आई। हमने अलग अलग जगहो से अपनी थाली में हमेशा कुछ नया जोड़ते गए और आज वो चीजे हमारी डेली लाइफ का एक अहम हिस्सा बन गया है । लेकिन एक बात तो तय है कि हिंदुस्तानी खाने की जड़ें आज भी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद है. ये लिस्ट है उन भारतीय चीज़ों की, जिन्हें हम आज तक भारतीय समझ कर खा रहे थे, लेकिन वो असल में भारतीय हैं नहीं!
1. समोसा
जेब में पैसे कम हो और दोस्तों को ट्रीट देनी हो ऐसी सिचुएशन में सबसे पहले जिस चीज़ का ख़्याल आता है, उसमें समोसा ज़रूर होता है। भारतीय लोगों से समोसा कुछ इस तरह से जुड़ गया कि लोग अब इसे भारतीय ही मानते हैं. जबकि समोसा कभी भारत का था ही नहीं। यह भारत में मध्य पूर्व के व्यापारियों द्वारा 13वीं और 14वीं शताब्दी के बीच प्रचलन में आया और ग़ज़ब की बात तो ये है कि सदियों लंबी यात्रा के बाद भी इसका स्वाद लोगों की ज़ुबां पर बना हुआ है। समय-समय पर इसके साथ कई तरह के प्रयोग होते रहते हैं.
हैदराबाद में प्रचलित मीट वाले समोसे और दक्षिण भारत के सब्ज़ी वाले समोसे इसके कुछ बड़े उदाहरण हैं।
2. चाय
बारिश का मौसम हो या फिर घर पर आये मेहमान एक कप गरम चाय की प्याली हो जाए! कल्पना भर से हम तरोताज़ा महसूस करने लगते हैं, सच तो यह है कि चाय की प्याली के बिना हमारी सुबह नहीं होती। घर आए मेहमान की कितनी भी खातिरदारी कर लें लेकिन चाय बिना सब अधूरा लगता है.
चाय की यह आदत भारत में सालों पुरानी है, लेकिन इसके साथ, सच यह भी है कि चाय भारतीय नहीं है। यह चीन की खोज बताई जाती है. ख़ैर, खोज कहीं की भी हो, लेकिन सच तो यह है कि आज पूरी दुनिया भारतीय चाय की दीवानी है। यहां चाय की 50 से ज़्यादा किस्में और दर्जनों रेसिपी हैं।
3. जलेबी
जलेबी! नाम सुनकर ही मुंह में पानी आ जाए और फिर कहीं यह खाने की प्लेट में मिल जाए, तो क्या कहना। जब भी आप इसे किसी हलवाई की दुकान में बनते देखते होंगे, तो सीना चौड़ा करके बोलते होंगे की ”यह इंडियन जलेबी है, यह विदेशी कैसे हो सकती है पर ऐसा नहीं है? जलेबी वास्तव में मध्य पूर्व से आई है मूल रूप से इसे ज़ालबिया (अरबी) या ज़ालिबिया (फ़ारसी) कहा जाता है। माना जाता है कि यह फ़ारसी आक्रमणकारियों द्वारा भारत तक पहुंची और आज इसके विभिन्न रूप देश भर में पॉपुलर है, जहां नॉर्थ इंडिया में पतली जलेबियों का प्रचलन है वहीं साऊथ इंडिया में लोग थोड़ी सी मोटी जलेबियों को लोग खाना पसंद करते हैं।
4. आलू
आलू के बिना शायद ही कोई अपनी रसोई की कल्पना कर पाएं। सर्दी हो, गर्मी हो, या फिर बरसात. आलू हर मौसम में, सालभर बाज़ार में उपलब्ध रहता है। अधिकांश भारतीय आलू रोज खाते हैं।
लिहाज़ा आलू हम भारतीयों के खान-पान का अहम हिस्सा बन गया है। इसके बिना हमारा कम से कम एक वक्त का भोजन अधूरा रहता है। बावजूद इसके कोई कह दे कि यह इंडियन फूड नहीं है, तो दिमाग की नसें तन जाती हैं.
आपकी नाराज़गी ज़ायज़ है मगर सच नहीं बदलेगा और सच यह है कि आलू पेरू और बोलिविया की देन है। वहां से ही निकलकर इसने पूरी दुनिया को अपनी जद में लिया और आज यह कई देशों में एक प्रधान फ़सल बन गया है।
5. गुलाब जामुन
आपने कितनी ही मिठाईयां खाईं हों, लेकिन गुलाब जामुन की बात ही कुछ और है। इसकी मिठास में इंसान ख़ुद-ब-ख़ुद घुल जाता है। रूठों को मनाना हो या फिर अपनों को रिझाना या फिर किसी जश्न का मौका गुलाब जामुन हर जगह देखने को मिलता है! यही कारण है कि लोग इसे भारतीय मान लेते हैं। जबकि यह भूमध्य और फ़ारस की खोज माना जाता है इसके स्वरूपों में आज कितने भी परिवर्तन क्यों न आ गए हो लेकिन इसकी मिठास ज्यों की त्यों बनी हुई है। इसकी बिक्री में लगातार बढ़ोतरी ही देखने को मिली है।
मतलब इडियंस की पसंदीदा अगर कोई मिठाई है, तो वो है रस और मिठास से भरा गुलाब जामुन।
ये तो महज़ कुछ उदाहरण भर हैं, लेकिन भारत में ऐसे कई सारे पकवान हैं, जो भारत के नहीं है मतलब विदेशी हैं! आपके आस पास भी ऐसे किसी लोकप्रिय स्थानीय व्यंजन का नाम है, तो हमारे साथ कमेंट बॉक्स में शेयर करें।